सरयूपारीण ब्राह्मण सभा का गठन 27-Mar-1984 को महंत श्री रविशंकर दुबे के मार्ग दर्शन में समाज के शुभ चिन्तक एवं सक्रीय सदस्यों द्वारा किया गया। समीति का पंजीकरण रायपुर कार्यालय से पंजिकृत कराया गया जिसका पंजीयन क्रमक 13579 प्राप्त हुआ। इसका कार्यालय भागीरथी मंदिर नयापारा, रायपुर रखा गया। जो कुछ समय पश्चात वर्त्तमान कार्यालय संजय नगर टिकरापार में स्थान्तरित हुआ।
संस्था के संथापक सदस्य –
संस्था का संविधान प्रो. श्री जी पी कुरारिया जी के मार्ग दर्शन में बनाया गया। जिस संविधान के तहत आज भी संस्था का संचालन हो रहा है। सभा संचालन के लिए २१ सदस्यों की कार्यकारिणी का प्रावधान हैं जिनका चुनाव सभा के सदस्यों द्वारा किया जायेगा। कार्यकारिणी का कार्यकाल दो वर्षों का होगा। कार्यकारणी के सदस्य एक अध्यक्ष, दो उप्याध्यक्ष, एक महासचिव, एक असचिव, एक कोशाध्यश का चयन करेंगे।
सभा के दवारा :-
इस संस्था को उत्तरोतर गति प्रदान करने में हमारे पूर्व अध्यक्षों का सहयोग रहा : -